About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana



जब आपको उस डर का कारण पता है तो उसे ही दूर करने की कोशिश कीजिये ना. आपको इस बात का तो पता ही रहता है की गलती आपकी है या फिर सामने वाले की?

जैसे ही हमारे दिमाग से शरीर को संकेत मिलता है की कुछ खतरा हो सकता है तो शरीर अपनी अलग प्रतिक्रियाएं देता है.

कुछ समय के लिए आप निडर हो जाते हैं और आपको लगता है की वाह यार ये तो बहुत ही अच्छी चीज़ें हैं.

निष्कर्ष आपका डर आपका दुश्मन नहीं है – वह एक शिक्षक है, जो आपको कुछ सिखाने आया है।

ऐसा लगना, जैसे आप बेहोश हो जाएंगे या मर जाएंगे

इसके उलट गलत काम करने वाले लोग हमेशा डरे डरे रहने लगते हैं.

बिना नशा किये वो बहुत ज्यादा डरे डरे रहते हैं. उनके अन्दर पूरी तरह से डर बैठ चूका होता हैं. वहीँ जो लोग बिलकुल किसी तरह का नशा नहीं करते उनमें कहीं भी कुछ भी बोलने का साहस हमेशा रहता है.

अगर आपने गलती की है तो आप उनसे बात करके माफ़ी मांगे. अगर उनकी भी गलती है तो आप उन्हें समझाएं की आपने बहुत गलत किया पर अब मै ये मामला भुलाना चाहता हूँ.

डर की शक्ति पर सवाल उठाएं जो आपको नियंत्रित कर रही है: क्या आपका डर आपको असफल होने के डर की वजह से सुबह बिस्तर से उठने और स्कूल जाने के लिए तैयार होने की बजाय, बिस्तर में ही रोके रखता है?

ध्यान-साधना का नियमित अभ्यास आपको तनाव संबंधी सभी समस्याओं से मुक्ति दिलाता है, आपके मन को शांत करता है और आपको तरोताजा कर देता है। आर्ट ऑफ लिविंग के सहज समाधि ध्यान कार्यक्रम में आप अपने अंदर की गहराई में डूबकर अपनी असीमित संभावनाओं को प्राप्त करने में सक्षम हो जाते हैं। योग, सांस की प्रक्रियाओं और मेडिटेशन के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रशिक्षक से सम्पर्क करें।

“डर मेरा मार्गदर्शक नहीं है – मैं हूँ।”

आप जो परिणाम चाहते हैं उसकी कल्पना करें: अब जब आपको अपने डर की बेहतर समझ है, तो सोचकर देखें कि आप वास्तव में क्या बदलना चाहते हैं। बिना किसी डर के अपने जीवन का अनुभव लेते हुए अपनी कल्पना करें। आपको कैसा लगता है?

उत्तर: नहीं। डर से भागने की बजाय उसका सामना करना ही समाधान है।

डर से लड़ने के लिए मानसिक शक्ति check here कैसे बढ़ाएं

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